कभी टेलीमार्केटिंग, कभी फर्जी बैंक फोन कॉल। लगातार स्पैम कॉल्स का यह सिलसिला हमें परेशान करने के लिए कभी खत्म नहीं होता। ऑफिस के काम में बहुत बिजी है सांस लेने की भी फुर्सत नहीं, कर्ज लेने का फर्जी फोन भी आता है तो सबका मूड खराब हो जाता है! कभी-कभी इतने फेक कॉल आ जाते हैं कि अति आवश्यक कॉल भी नहीं उठाते! कई बार जालसाज आपको फंसाने के लिए इन फर्जी फोन का इस्तेमाल करते हैं। सिर्फ उन फोन को हथियाने से वह सारा पैसा आपके बैंक खाते से उड़ सकता है। इसी डर की वजह से हम अक्सर नंबर ब्लॉक कर देते हैं। लेकिन जितनी बार इस तरह के स्पैम कॉल आते हैं, नंबर को ब्लॉक करना संभव नहीं हो पाता है। क्या यही तरीका है?
ऐसे कई तरीके हैं जिनसे आप नंबर ब्लॉक कर सकते हैं। आइए तरीकों पर एक नजर डालते हैं। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने राष्ट्रीय ग्राहक वरीयता रजिस्टर (एनसीपीआर) नामक एक प्रणाली शुरू की है, जो उपभोक्ताओं को स्पैम कॉल को ब्लॉक करने में मदद करेगी। पहले इस प्रणाली को नेशनल डू नॉट कॉल रजिस्ट्री कहा जाता था। इस सेवा के लिए ग्राहकों को साइन-अप करने की आवश्यकता होती है, जिसके माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों के टेलीमार्केटिंग फोन को ब्लॉक किया जा सकता है।
कैसे करें? सबसे पहले फोन के SMS ऐप को ओपन करें और फिर START टाइप करें। इस बार 1909 नंबर पर मैसेज करें। आपका फ़ोन सेवा प्रदाता आपको विस्तृत श्रेणियों की एक सूची भेजेगा, जिसमें बैंकिंग से लेकर आतिथ्य तक हर चीज़ के लिए एक कोड शामिल होगा। जिस श्रेणी संख्या को आप ब्लॉक करना चाहते हैं, उसके कोड के साथ उत्तर दें।
आपका दूरसंचार सेवा प्रदाता आपके अनुरोध की पुष्टि करते हुए आपको एक संदेश भेजेगा। 24 घंटे के अंदर डीएनडी सेवा शुरू हो जाएगी। राष्ट्रीय उपभोक्ता वरीयता रजिस्टर पुष्टि करता है कि डीएनडी सक्रियण केवल अवांछित तृतीय-पक्ष वाणिज्यिक फोन कॉल को ब्लॉक करेगा। इसका मतलब है, आपके बैंक से एसएमएस अलर्ट, ऑनलाइन पोर्टल और सेवाओं से संचार, तीसरे पक्ष की व्यक्तिगत कॉलिंग आदि को कभी भी ब्लॉक नहीं किया जाएगा। इस बार आप अपने दूरसंचार सेवा ऑपरेटरों के माध्यम से डीएनडी सेवाओं को सक्रिय कर सकते हैं